Incomplete book; - incomplete dreams (Part-1)
As with my
title today, you must have understood something that what you are saying or
what you want to hear today. My title here today is Incomplete book; -
incomplete dreams, it is just the story of a child, how he grew up watching
dreams and his dreams every time because of some crushed people and this Even
today, I want to show how it affects someone's life.
This story is a bit old. This story is about a
small child who belonged to a middle class family. But now he did not
understand so much that he could understand what a middle class family is. But
that child was so capable and clever that if he ever wanted to do anything, he
never failed there and he always showed what he wanted to do.
And for this
reason, his dreams kept on increasing, every day a new dream would come in his
mind and follow him.
But they say
that people always give you the blessings to move forward, but they never want
that someone should get ahead of them and they always keep that in mind. This
is the reason why they keep interrupting everyone's path without any reason.
Once a child
participated in a cricket tournament for his school . This tournament fired
only one player hidden inside it. It was not that he played cricket for the
first time at that time. He used to play cricket but never like this where more
people came to watch cricket match . Just then, he chose his first dream to
become a cricketer and started making himself better for cricket.
One day, for
this dream of his, he came to him by walking himself. That day he was called in
an open selection to play in the Under 17 year. He did not understand for some
time whether this was true or a dream. The very next moment, he immediately
went into the run-away selection. He did not tell anything about it at home at
that time, because his feet were not stopping only after hearing the selection.
And he has
finally reached for the selection. After whatever happened there, he finally
came to know that he has been selected, so there was no place for his
happiness. He knew that this level is small but this could have been the
beginning for his dream. So he also said yes to play immediately.
There he was
given a form to fill in which in the end was also asked to sign his guardian.
Because cricket matches were to be out of his district and state, due to which
his education would probably have an impact and that is why the signatures of
parents were needed.
Now he was
also understanding what had to happen because now he was good in the field of
education . Perhaps he could also do more well in this area in the future.
Because of this, it was certain that he was not going to get permission for it
to happen at any time and it happened as he thought. It was the same in
everyone's mind, but there were also some people who would say that it will
take a lot of time and will not be there that there is no guarantee, and money
will be wasted without any reason. This thinking remained in everyone's mind
and then everyone completely stopped playing it.
I was trying
to tell from this story, how the dreams of that child were crushed due to some
strength and some people because of their falsehoods.
I do not
understand why someone goes to share his knowledge in someone's life when he
has never done anything himself and has not even thought of doing anything.
Just do the work of breaking one's confidence with their words and do not know
what they get by doing so.
Why do
people not understand that unless someone has to get something in life, he has
to fall . Many examples of this exist today not only in India but all over the
world. But no one does not see anything . For this reason, it is advisable not
to do anything before doing anything.
Some may be
saying that such people should not be heard at any time, but when someone's own
decisions are still dependent on someone else's decision, then they have to
listen to such people. Because of only those who were with him and were ready
to support him, they do not give now just by coming to their useless words.
But it is
also true that time will not ask you to do something again and again, it gives
an opportunity to everyone, who just understood the time and showed it. The
rest keep thinking about others.
Because we
think about the consequences before we do anything, and as soon as we think
about the outcome, then we forget what we wanted to do. Then leave the thought
there to do something, and say that it requires a lot, it is not so easy, it is
not in our control.
So, if you
want to do something, forget everyone, forget yourself, for your dreams and
start to achieve the dream you have seen. Let there be some difficulties and
failures. But courage is to be kept till the last hope. Then you will see that
one day you will definitely achieve your dream, and from that day onwards
people will give the name of your name to others, who were doing against you
till date.
Incomplete
book; - incomplete dreams, this was my short story written in it. There are
many more such stories inside it. Or I can also say that now there are more
dreams of the child who broke every time for some reason without any fault of
his.
Which I will
then introduce with a new part or a new dream . So you will get the story ahead
of it in its new part which will be introduced soon.
अधूरी किताब; - अधूरे ख्वाब
जैसा कि आज के मेरे शीर्षक से आपको कुछ तो समझ आ गया होगा की
आज क्या कहने वाला या क्या सुनाना चाह रहा आप सभी को। यहाँ आज जो मेरा शीर्षक है वो
है अधूरी किताब;- अधूरे ख्वाब ,इसमें बस एक बच्चे
की कहानी है , कि कैसे वो बड़ा हुआ
ख्वाबों को देखना शुरू किया और कैसे उसके ख्वाब हर बार कुचल दिए गए कुछ लोगों की वजह से और इसे ही आज के समय में भी कैसे ये किसी के
जीवन में असर करती है दिखाना चाह रहा हूँ।
ये कहानी थोड़ी पुरानी है। ये कहानी एक ऐसे छोटे से बच्चे की
है जो एक मध्यम वर्गीय परिवार का था। लेकिन अभी उसे इतनी समझ नहीं थी की वो ये समझ
सके की मध्यम वर्गीय परिवार होता क्या है। लेकिन वो बच्चा इतना काबिल और होशियार था
कि कभी कुछ करना चाहा तो वहाँ पर वो कभी भी असफल नहीं हुआ और उसने हमेशा वो करके दिखाया
जो वो करना चाहता था।
और इसी वजह उसके ख्वाब बढ़ते गए , रोज उसके मन में एक
नया ख्वाब आ जाता और उसके पीछे लग जाता है।
लेकिन वो कहते हैं न कि लोग आपको हमेशा आगे बढ़ने की दुआ तो दिया
करते हैं लेकिन वो कभी भी ये नहीं चाहते हैं की कोई उनसे ज्यादा आगे निकल जाए और वो
इस बात का हमेशा ध्यान भी रखा करते हैं. इसी वजह से वो हर किसी के रास्ते में बिना
वजह के रुकावट भी लाते रहते हैं।
ऐसा ही इस कहानी में भी हुआ,
एक बार बच्चे ने अपने विद्यालय के लिए एक क्रिकेट टूर्नामेंट
में हिस्सा लिया। इस टूर्नामेंट ने उसके अंदर
के छिपे एक खिलाड़ी को ही निकाल दिया। ऐसा नहीं
था की उसने पहली बार क्रिकेट खेला था उस समय। वो खेलता तो था क्रिकेट लेकिन कभी ऐसे
नहीं जहाँ और भी लोग देखने आये हो क्रिकेट मैच को। बस वहीँ से उसने अपना पहला ख्वाब
चुन लिया एक क्रिकेटर बनने का और खुद को क्रिकेट के लिए बेहतर बनाने में लग गया।
उसके इस ख्वाब के लिए एक रोज एक रास्ता उसके पास खुद चल कर ही
आ गया था। उस दिन उसे अंडर 17 ईयर में खेलने के लिए हो रहे खुले सिलेक्शन में बुलाया गया।
उसे कुछ समय तक ये समझ ही नहीं आया की ये सच है या सपना। अगले ही पल वो फटाफट भागा-
भागा सिलेक्शन में चला गया। उसने घर पर भी नहीं बताया इस बारे में उस समय कुछ भी , क्यूंकि उसके पैर
ही नहीं रुक रहे थे सिलेक्शन की बात सुनकर
ही।
और वो पहुँच ही गया आखिर सिलेक्शन के लिए। वहाँ जो भी हुआ उसके
बाद आखिर में उसे पता चला की वो सेलेक्ट हो गया है तो उसके ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं
रहा था। वो जानता था की ये स्तर छोटा है लेकिन उसके ख्वाब के लिए यही शुरुआत हो सकती
थी। इसलिए उसने भी खेलने को हाँ कर दिया था तुरंत।
वहां उसे एक फॉर्म भरने को दिया गया था जिसमे अंत में अपने अभिभावक
के हस्ताछर करने को भी कहा हुआ था। क्यूंकि क्रिकेट मैच उसके जिला और राज्य से बाहर होने थे जिसके वजह से शायद उसके शिक्षा
पर इसका असर दिखता और इसीलिए बस अभिभावक के हस्ताछर की जरुरत थी।
ये अब वो भी समझ रहा था की क्या होना है अब क्यूंकि वो शिक्षा
के क्षेत्र में अच्छा था। शायद आगे कभी वो इस क्षेत्र में ज्यादा अच्छा भी कर सकता
था। इस वजह से ये तो तय था उसे इसकी इजाजत नहीं मिलने वाली थी कभी भी और हुआ भी वैसा
ही जैसा उसने सोचा था। वही था भी सबके मन में लेकिन वहां भी कुछ ऐसे लोग थे ये कहने
वाले की इसमें बहुत समय लगेगा और बनोगे भी की नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है , और बिना वजह पैसे
बर्बाद होंगे बस। ये सोच सबके मन में रही और फिर सभी ने पूरी तरह से ही उसके खेलने
पर ही रोक लगा दिया।
मैं इस कहानी से ये बताना चाह रहा था कि , कैसे उस बच्चे के
ख्वाब कुछ मज़बूरी की वजह से और कुछ लोगों के फालतु बातों की वजह से कुचल दिए गए थे।
मुझे ये समझ नहीं आता है की कोई किसी के जीवन में अपने ज्ञान
को बाटने क्यूँ जाते है जब की उसने खुद कभी कुछ किया नहीं होता है और सोचा तक नहीं
होता है कुछ करने का। बस अपनी बातों से किसी
के आत्मविश्वास को तोड़ने का काम करते हैं और पता नहीं ऐसा करके उन्हें क्या मिल जाता
है।
लोग ये क्यों नहीं समझते है की जब तक किसी को कुछ जीवन में पाना
है तो उसे गिरना होता है। इसके कई उदहारण मौजूद है आज भारत में ही नहीं पूरी दुनिया
में। लेकिन नहीं किसी को दिखाई नहीं देता है कुछ भी। इसी वजह से किसी के कुछ करने से
पहले ही ना करने की सलाह देते हैं।
कुछ तो ये कह रहे होंगे की ऐसे लोगों की सुननी ही नहीं चाहिए
कभी लेकिन जब किसी के खुद के फैसले अभी किसी और के निर्णय पे निर्भर करते हैं तो उन्हें
ऐसे लोगों के सुनने पड़ते है। बस उन्ही के वजह से जो उनके साथ थे और साथ देने को तैयार
थे वो अब नहीं देते हैं बस उनके फिजूल की बातों में आकर।
लेकिन ये भी सही है कि समय बार बार आपको कुछ करने के लिए नहीं
कहेगा एक मौका देता है सभी को समय बस जिसने समझ लिया उसने करके दिखा दिया। बाकी दूसरों
के चक्कर में सोचते ही रह जाते हैं।
क्यूंकि हम कुछ करने से पहले ही उसके अंजाम की सोच लेते है, और जैसे ही हम अंजाम
के बारे में सोचते है, तो हम क्या करना चाह
रहे थे ये भूल जाते है। फिर जो सोचा था कुछ करने के लिए उसे वहीं छोड़ देते हैं, और कह देते हैं इसके
लिए बहुत कुछ चाहिए ,ये इतना आसान नहीं
है, ये हमारे बस में नहीं
है करना।
तो कुछ करना है अगर तो छोड़िये सबको, खुद, को भूल जाइये ,अपने सपने के लिए
और जो ख्वाब देखे हैं उसे हाशिल करने में लग जाइये। माना कुछ कठनाईयाँ और असफलताएं
हाथ आएँगी जरूर। लेकिन हिम्मत आखिरी उम्मीद तक रखनी है। फिर देखिएगा आप एक न एक दिन
आप अपने सपने को जरूर हाशिल कर ही लेंगे ,और उस दिन से लोग आपके नाम की मिशाल दिया करेंगे दूसरों को ,जो आज तक आपके खिलाफ
हुआ कर रहे थे वो भी।
अधूरी किताब ;- अधूरे ख्वाब ,इसमें लिखी हुई ये मेरी एक छोटी सी कहानी थी। इसके अंदर कुछ
ऐसी कई कहानियां और है। या ये भी कह सकता हूँ की अभी उस बच्चे के और भी ख्वाब हैं जो
हर बार किसी न किसी वजह से तोड़ गए बिना उसकी किसी गलती के ही।
जिसे मैं फिर एक नए भाग के साथ या नए एक नए ख्वाब के साथ पेश
करूंगा। तो आपको इसके आगे की कहानी इसके नए भाग में मिलेगी जो जल्द ही पेश किया जाएगा।
when you like it and want something more then please comment .
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